Mission Health
Our Approach is wrong.
Our interpretation is wrong.
Our diagnosis is missing & Late.
Our management is improper.
एक कहावत है Eyes can’t see what the mind does not know. जब हमारे मस्तिष्क को किसी बात का पता नहीं होता तो हमारी आँखे उसे नहीं देख पाती । हमारी किताबों (Medical Books) में इन बीमारियों के लिए लिखा है कि इनके कारण मालूम नहीं हैं । ( Primary / Idiopathic /Essential ) जब भी हमारे पास कोई मरीज आता है , हम कारणों को सोचते ही नहीं हैं । न ही उनके लिए कोई जांच (Investigations) करने की सोचते हैं । मरीज और मर्ज को देखने का हमारा तरीका ही बदल जाता है । (Our approach is wrong) मरीज को देखने के बाद उसकी जो भी जॉच हम कराते हैं । उसकी जो भी रिपोर्ट आती है । उनमें जो नार्मल वैल्यू (सही स्तर ) लिखी होती है। वह ही सही नहीं है । इनका स्तर स्वस्थ होने को नहीं दर्शाता है । यह जब हम बीमार महसूस करते हैं , उनके हिसाब से दी गई हैं । स्वस्थ होने और बीमारी न होने में एक बहुत बड़ा फर्क है । इनका स्तर और अधिक स्वस्थ होने (Optimal Value) को भी दर्शाना चाहिए । इसे अभी दी जाने वाली नार्मल वैल्यू के साथ ही रिपोर्ट में देना चाहिये । जब हम रिपोर्ट देखते हैं तो व्यक्त्ति पूर्ण स्वस्थ होने से काफी दूर हो सकता है लकिन हमारी रिपोर्ट के अनुसार वह सामान्य होता है । इस तरह से रिपोर्ट कराने और उसके असामान्य होने के बावजूद , मरीज बीमारी की तरफ बढ़ चुका है , हम इससे अनजान रहते हैं । Our Interpretation is wrong.
इन कारणों को न जानने के कारण हम बीमारी का सही पता नहीं कर पाते । (Mis Diagnosis) और कुछ मरीजों में बहुत देर से पता कर पाते हैं (Late Diagnosis) | इन सभी वजह से हम अपने मरीजों का इलाज लक्षणों का ही कर पाते हैं । और हम सही तरह से इलाज नहीं कर पा रहे हैं ।